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गुरुवार, 7 नवंबर 2019

पब्लिक बेचारी किधर जाये..!!

झमेले ज़िन्दगी के तमाम बढ़ गये

मार खाये  पुलिस
                                                                                       
वकील न्याय की मांग पर अड़ गये

थोड़ा अटपटा साथ  है ज़रूर मगर

बात पते की कहती हूँ

पुलिस माँगे  सुरक्षा

वकील माँगे न्याय

तो जनाब ये पब्लिक

बेचारी किसके द्वारे जाये?

लगता है सिस्टम की कार्य-प्रणालियाँ

चल पड़ी हैं भस्मासुर की राह पर

ताब-ओ-ताकत की कलई खोलकर

ख़ुद से ही दीमक को न्यौता दे दिया.

 #अनीता लागुरी 'अनु'

                                                                                                        चित्र गूगल से साभार

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