.मजदूर. मजबूर.सडक़.जीवन.हादसे लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
.मजदूर. मजबूर.सडक़.जीवन.हादसे लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

रविवार, 31 मई 2020

हाँ मैं मजदूर हूँ..।

 कविताएं तो मैंने बहुत लिख ली लेकिन आज प्रयास किया है कि  अपनी कविताओं को अपनी आवाज में आप सबों के सामने प्रस्तुत करो आशा करती हूं आप सबों को मेरा यह प्रयास जरुर पसंद आएगा
 मेरी यह कविता आज मजदूर वर्ग जिस तरह से परेशान और बेहाल है उसके ऊपर लिखी गई है
              # हाँँ मैं मजदूर हूँ..।