दूर दूर तक

दूर-दूर तक धूल उड़ाती   चौड़ी सपाट सड़के, शांत पड़ी रह गई, जब बारिश की बूंदों ने असमय  ही उन्हें भींगो दिया.. यूं लगा उन्हें मानो धरा को भिं...