दिलों के मकानों में
किराए नहीं लगते जनाब!
ये वो शानेख़्वाबगाह हैं !
जहां मोहब्बतें सुकूं से
बसर किया करती हैं।
इनके रोशनदान से
सिर्फ़ रौशनी नहीं आती जनाब!
यहां वो पवित्र रुहें बसा करती हैं
जिनकी दुआओं और बरकतों से
ज़िन्दगी बसर होती है
किसी ने सही कहा है -
फ़क़त कट जाए तो
ज़िन्दगी है
वरना रफ़्तार दरिया की
किराए नहीं लगते जनाब!
ये वो शानेख़्वाबगाह हैं !
जहां मोहब्बतें सुकूं से
बसर किया करती हैं।
इनके रोशनदान से
सिर्फ़ रौशनी नहीं आती जनाब!
यहां वो पवित्र रुहें बसा करती हैं
जिनकी दुआओं और बरकतों से
ज़िन्दगी बसर होती है
किसी ने सही कहा है -
फ़क़त कट जाए तो
ज़िन्दगी है
वरना रफ़्तार दरिया की
मापने से
क्या फ़ाएदा ..!!
# अनीता लागुरी ( अनु ) चित्र गूगल से साभार।
# अनीता लागुरी ( अनु ) चित्र गूगल से साभार।
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